सोमवार को चंडीगढ़ के आठ निर्दलीय प्रत्याशियों ने प्राइमरी मीटिंग कर एक बड़े फेसले के ऐलान के लिये मंगलवार को चंडीगढ़ प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता की प्लानिंग की थी। लेकिन जैसे ही शाम को पत्रकारों को निमंत्रण भेजा गया निर्दलीय प्रत्याशियों पर दबाव डालना शुरू हो गया। मंगलवार को प्रेस क्लब में मौजूद प्रताप सिंह राणा , विनोद कुमार चायवाला , पुष्पिंदर लवली प्रत्याशियों ने अलग-अलग रिवायती पार्टियों से लड़ने के बजाय एकजुट होकर लड़ने का फैसला किया ताकि शहर वासियों के हितों का संरक्षण हो पाए ।
उन्होंने कहा कि इंसान की बुनियादी जरूरतें , रोटी , कपड़ा और मकान व चंडीगढ़ वासियों को रोटी व कपड़ा तो ईश्वर की कृपा से आसानी से मिल रहा है , लेकिन मकान के लिये शहर का हर वर्ग परेशान है , न तो इसका कोई हल चार बार मेंबर पार्लियामेंट रहे कांग्रेस के प्रत्याशी ने किया ना ही पिछले दो टर्म में भाजपा ने किया । प्रत्याशियों ने एकजुट होकर कहा कि हम महलों वाले नहीं हैं हम आपकी तरह आप जैसे सामान्य लोग हैं और आपका दर्द समझते हैं और आप सबसे वायदा करते हैं कि यदि आप हमारे प्रतिनिधि को संसद में भेजते हैं तो सबसे पहले ओपन बिल द्वारा
पुनर्वास कॉलोनी को मलिकाना हक
हाउसिंग बोर्ड के रेजिडेंस को नीड बेस्ट चेंज और वन टाइम सेटलमेंट
बड़े घरों को शेयर वाइस रजिस्ट्री की सुविधा
कमर्शियल प्रॉपर्टी को फ्री होल्ड करवाने और सेक्टर 7 और 26 के क्लब्स और इंडस्ट्रियल एरिया में कन्वर्जन पालिसी
इन समस्याओं का समूल खत्म किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि एक और एक ग्यारह होते हैं हम तो फिर भी आठ हैं हमारे साथ दो हमारे जैसे ही साथी हैं राजेश राठौर और प्रेम पाल चौहान जिनके कूटनीति द्वारा फार्म ही रद्द कर दिए गए हैं , इसलिए हमारी चंडीगढ़ के वोटरों से अपील है के 1 जून को बटन दबाने से पहले अपनी अंतरात्मा में झांक ले, सोच ले, समझ ले और फिर बटन दबाए।
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